TILODAKI SARAYU SANGAM (सरयूतिलोदकी संगम-50)
February 1, 2022SVARNAKHANI KUND (स्वर्णखनि कुण्ड-48)
February 1, 2022
पता- यह स्थान अयोध्या के सीताकुण्ड वार्ड में स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख मंदिर के बाहर सड़क के किनारे लगा हुआ है।
किवदंती-
मान्यता- अयोध्या महात्यम के अनुसार यंहा प्रभु श्री राम द्वारा कई यज्ञ सम्पन किये गए थे। इसी कारण यज्ञवेदी को अयोध्या के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में मंदिर के गर्भगृह में रामदरबार स्थापित है। गर्भगृह को छोड़कर लगभग मंदिर भाग या तो जर्जर हालत में है या आवासीय भवन में बदल दिया गया है। प्राचीन समय से मुख्य यज्ञवेदी मंदिर का संचालन करने वाला परिवार अब बड़ा हो गया है और उसी परिवार के कुछ सदस्यों ने यंहा से अलग हो कर यज्ञवेदी के नाम से दूसरे मंदिर की स्थापना कर ली है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है मुख्य भवन के जीर्णोद्धार के लिए शासन प्रशासन को आगे आना चाहिए,क्योंकि भवन का अधिक भाग नष्ट हो चुका है और शेष भाग जर्जर हालत में है वह कभी भी गिर के नष्ट हो सकता है।
स्वटिप्पणी- स्थानीय जनों से सहमत