DURGA KUND (दुर्गा कुण्ड-90)
January 31, 2022RATI KUND (रति कुण्ड-88)
January 31, 2022
पता- अयोध्या से दर्शन नगर जाने वाले मार्ग पर दर्शन नगर रेलवे फाटक से 100 मीटर पहले दाहिनी ओर जाने सड़क पर ग्राम सभा कुसुमाहा में यह स्थान स्थित है।
शिलालेख- कुण्ड के किनारे पूर्व दिशा में शिलालेख स्थित है।
किवदंती- कामदेव को हिंदू शास्त्रों में प्रेम और काम का देवता माना गया है। उनका स्वरूप युवा और आकर्षक है। वे विवाहित हैं और रति उनकी पत्नी हैं। वे इतने शक्तिशाली हैं कि उनके लिए किसी प्रकार के कवच की कल्पना नहीं की गई है। उनके अन्य नामों में रागवृंत,अनंग,कंदर्प,मनमथ,मनसिजा,मदन,रतिकांत, पुष्पवान,पुष्पधंव आदि प्रसिद्ध हैं। कामदेव हिंदू देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के पुत्र है। कामदेव के आध्यात्मिक रूप को हिंदू धर्म में वैष्णव अनुयायियों द्वारा कृष्ण भी माना जाता है। वसंत कामदेव का मित्र है इसलिए कामदेव का धनुष फूलों का बना हुआ है।
मान्यता- वर्तमान मान्यता अनुसार इस ग्राम सभा का नाम इसी कुण्ड के नाम से पड़ा है।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान में कुण्ड की स्थिति अत्यंत दयनीय है। स्थानीय लोगों द्वारा कुण्ड पर लगातार अवैध अतिक्रमण किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की राय- कुछ ग्रामवासियों द्वारा स्थान के जीर्णोधार एवं रख रखाव हेतु प्रयास किये जा रहे हैं एवं उनका कहना है की प्रशासन द्वारा कुण्ड के अवैध कब्जे को खाली करवाना चाहिए।
स्वटिप्पणी- यह कुण्ड एक ग्राम सभा में स्थित है। मनरेगा कार्यो द्वारा कुण्ड का जीर्णोधार किया जाना चाहिए।