SHATRUGHAN KUND (शत्रुघ्न कुण्ड -133)
January 28, 2022KALIKA DEVI (कालिका देवी -131)
January 28, 2022
पता- भरत कुण्ड से भदरसा की ओर राम वन गमन मार्ग पर कुछ दूर चलने पर दाहिने हाथ पर एक ईंट भट्ठा है उसी भट्टे के बीच से होते हुए 500 मीटर आगे जाने पर मूसेपुर ग्राम में जटा कुण्ड स्थित है।
किवदंती- नंदीग्राम से पश्चिम भदरसा की ओर जाने वाली सडक़ के उत्तर दिशा में यह स्थान स्थित है। यहां अब भी खंडित मूर्तियों के अवशेष वीरान झाड़ी में काफी दिनों तक पड़े रहे। इनको लेकर आसपास के लोगों में कई तरह की किंवदंतियां भी प्रचलित हैं। यहा के लोग बताते हैं कि यह खंडित मूर्ति को इधर-उधर करने के बाद भी यह स्वत: अपने नियत स्थान पर रात्रि में पहुंच जाती हैं। यहां अक्सर एक विषधर को घूमते हुए भी देखा जाता है। इस स्थल की मान्यता है कि श्रीराम जी के १४ वर्ष के वनवास के बाद वापसी के समय यहीं पर श्रीराम और भरत जी की जटाएं विवराई गई थीं। भरत जी की जटा श्रीराम जी ने स्वयं अपने हाथ से निकाल कर स्नान कराया और स्वयं भी स्नान किया था। इसके बारे में संत तुलसी दास जी ने कहा है कि
‘पुनि करुणानिधि भरत हकारे, निज कर जटा राम निरवारे।’ यह स्थल श्रीराम और भरत जी से जुड़ा है। अब भी इस घने जंगल में कभी-कभार दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु घंटों रुक कर पूजन-अर्चन करते हैं।
कुछ वैदिक और मध्यकालीन लेखों के अध्यन से ज्ञात हुआ की वनवास से वापस लौटने के पश्च्यात इसी स्थान पर प्रभु श्रीराम ने आपने जटाओं का त्याग किया था। इन्हीं मान्यताओं से इस कुण्ड का नाम जटा कुण्ड पड़ा।
मान्यता- स्थानीय लोगों को इस कुण्ड के बारे में कुछ जानकारी नहीं। कुण्ड के पूर्व दिशा में भदरसा की स्थानीय निवासी श्री मती माधुरी श्रीवास्तव द्वारा अपने पति स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव की स्मृति में 2017 में एक मंदिर का निर्माण करवाया गया है इस मंदिर में एक संगमरमर पर श्री राम के पद चिन्ह और एक अति प्राचीन पाषाण में खण्डित कलाकृतियों का समूह नुमा बनी मूर्ति भी स्थापित है उस मूर्ति के बारे में……? यंहा के वार्षिक आयोजन के बारे में पता करने पर पता चला भदरसा के ही कुछ परिवारों द्वारा वर्ष में एक बार यंहा भंडारे का आयोजन करवाया जाता है।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में यह कुण्ड कच्चा है और इसकी स्थिति थोड़ी ठीक है कुण्ड में कुछ जल भी है मगर जलकुंभियों ने जल को ढक रखा है। इस लिए समय समय पर इसके साफ सफाई की आवश्यकता है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस स्थान की वास्तविक मान्यताओं को स्थानीय लोगों को बताया जाए और सरोवर को उसके पुरानी स्थिति में लाया जाए।
स्वटिप्पणी- यह स्थान ग्रामसभा के अंतर्गत आता है इस लिए हमे लगता है प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ इस स्थान को मिलना चाहिए।