SVARNAKHANI KUND (स्वर्णखनि कुण्ड-48)
February 1, 2022RAMGHAT (रामघाट-45)
February 1, 2022
पता-
शिलालेख- शिलालेख कुण्ड के सामने नीम के वृक्ष के नीचे लगा हुआ है। शिलालेख की लिखावट को किसी बदमाश द्वारा खोद कर खराब कर दिया गया है।
किवदंती- इस कुण्ड का वर्णन रुद्रयामल ग्रन्थ में मिलता है।
मंगले मंगले देवि यात्रा स्यात् प्रतिमासिकी।
तस्मिन् कुण्डे नरः स्नात्बा पूजयेद वायुनंदनम्।।
प्रत्येक मास के मंगलवार को यंहा की यात्रा करनी चाहिए। हनुमान कुण्ड में स्नान कर के श्री वायुनंदन हनुमान जी दर्शन करना चाहिए।
मान्यता-
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में कुण्ड अत्यंत उपेक्षित स्थिति में हैं। कुण्ड का जल अत्यंत दूषित है। चारों ओर गंदगी का अंबार है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है कि सरकारी योजनाओं के द्वारा इस कुण्ड का जीर्णोद्धार कई बार कराया गया परंतु इसके रख रखाव की कोई व्यवस्था नहीं कि गई। जिस कारण इस कुण्ड का यह हाल है। इस लिए प्रशासन को इस कुण्ड के रख रखाव की व्यवस्था करनी चाहिए।
स्वटिप्पणी- स्थानीय जनों से सहमत हूँ एवं मेरे मत में यह स्थान नगर निगम के अंतर्गत आता है। इस लिए प्रशासन को इस कुण्ड के रख रखाव की जिम्मेदारी स्थानीय पार्षद को देनी चाहिए।