PUNYA HARIJI (पुण्यहरि -111)
January 31, 2022
VILWA HARIJI (बिल्वहरि -109)
January 31, 2022

TRIPURARIJI (त्रिपुरारी जी -110)

पता-यह स्थान अयोध्या अम्बेडकर नगर मार्ग पर दर्शन नगर से 2 किलोमीटर आगे जाने पर बाएं ओर तिहुरा ग्राम में पड़ता है। शिलालेख-शिलालेख कुण्ड के किनारे सुरक्षित लगा हुआ है। किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार सरयू तट पर स्थित त्रिपुरारी जी के दर्शन से पूर्व सरयू जी में स्नान अवश्य करना चाहिए। उसके बाद यंहा विधिपूर्वक त्रिपुरारी शंकर जी का पूजन करना चाहिये। विधि पूर्वक त्रिपुरारी जी की पूजा सम्पन्न करने से से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मान्यता- मान्यताओं के अनुसार इस स्थान की वार्षिक यात्रा कार्तिक माह के पूर्णिमा को की जाती है। कुछ वर्षों पूर्व तक इस दिन यंहा मेले का आयोजन भी होता था। वर्तमान स्थिति-वर्तमान में इस कुण्ड की स्थिति अत्यंत दयनीय है। कुण्ड में गंदगी का अम्बार है। सम्पूर्ण तिहुरा ग्राम का गंदा पानी इसी कुण्ड में डाला जा रहा और यंहा स्थित शिवाले में शिवलिंग को अत्यंत लापरवाही से स्थापित किया गया है। स्थानीय लोगों की राय-गाँव के निवासी आदर्श सिंह (ऋषभ) कहतें है। इस स्थान के पौराणिक महत्त्व को देखते हुए। प्रशासन को शीघ्र इसके सुन्दरीकरण का कार्य करवाना चाहिए और ग्राम वासियों को इस स्थान के महत्व के विषय में जागरूक करने के आवश्यकता है। स्वटिप्पणी-सर्वप्रथम तिहुरा ग्राम वासियों को इस कुण्ड के महत्त्व के विषय में जागरूक करने की आवश्यकता है। जिससे वो इस कुण्ड को स्वच्छ रखने का प्रयास करें।

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