NAVRATNA (नवरत्न (कुबेर टीला)-21)
February 2, 2022NAL-NEEL (नल-नील-18,19)
February 2, 2022
पता- यह स्थान श्री रामजन्मभूमि के अधिग्रहित परिसर में स्थित है।
शिलालेख- श्री रामजन्मभूमि परिसर में है।
किवदंती- अयोध्या महात्म्य में सुषेण जी को रामदुर्ग के समीप कुबेर टीला के पूर्व दिशा में स्थित बताया गया है।
मान्यता- कथाओं के अनुसार लंका युद्ध में जब मेघनाद के प्रहार से लक्ष्मण जी मूर्छित हुए तब सुषेण वैध ने ही उनके प्राणों की रक्षा की थी। सुषेण राक्षसराज रावण के राजवैध थे। लक्ष्मण जी के मूर्छित होने पर विभीषण के बताने पर हनुमान जी इन्हें लंका से उठा कर ले आये थे। सुषेण जी रिश्ते में सुग्रीव जी के ससुर भी थे।
वर्तमान स्थिति- परिसर में सुरक्षा कारणों से प्रवेश वर्जित है।
स्थानीय लोगों की राय- परिसर में सुरक्षा कारणों से प्रवेश वर्जित है।
स्वटिप्पणी- श्री रामजन्मभूमि मन्दिर निर्माण के साथ साथ परिसर के इन सभी स्थानों का जीर्णोद्धार भी किया जाना चाहिए।