PRAMODVAN (प्रमोदवन-44)
February 1, 2022JAMWANT JI (जामवंत जी-42)
February 1, 2022
पता- यह स्थान जामवंत किला के बगल स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख मंदिर के बाहर नाली में लगा हुआ। इसके लिए यंहा के महंत जी से चर्चा हुई है उन्होंने इसे शीघ्र स्थानांतरित करने का आश्वासन दिया है।
किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार जामवंत जी के दक्षिण में केशरी जी विराजमान हैं और वह भी रामकोट दुर्ग के मुख्य रक्षक में एक हैं। केशरी जी श्री हनुमानजी के पिता हैं एवं केशरी जी के इस मंदिर में केशरी-किशोर यानी हनुमान जी की पूजा की जाती है। इस प्रकार यह केशरी जी के निज स्थान को दर्शाता है। इस मंदिर के ठीक पीछे माता अंजनी की गुफा है जिसे अंजनी गुफा के नाम से जाना जाता है। यंहा हनुमानजी जी बाल रूप में माता अंजनी के गोद में विराजमान हैं।
मान्यता- रामप्रिय शरण जी बताते हैं, यंहा की मान्यता अनुसार मंदिर की स्थापना भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा के दिन हुई थी। इसी के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष जगन्नाथ यात्रा का दिन यंहा भव्य रूप से मनाया जाता है। इस दिन यंहा मंदिर में फूल बंगला झाँकी के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।
वर्तमान स्थिति- श्री केशरी जी के इस मंदिर के मुख्य द्वार पर लगे शिलालेख के अनुसार इस स्थान का वर्तमान नाम माधुरी कुञ्ज है। यंहा के महंत श्री वैदेही शरण जी हैं,इन्ही के द्वारा इस स्थान का पुनःनिर्माण कराया गया है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है यह हनुमान जी के पिता का स्थान है एवं जानकारी के अभाव में हनुमानगढ़ी से इतना पास होने के बाद भी यंहा श्रद्धालु नहीं पहुँचते। इसलिए इस स्थान के प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।
स्वटिप्पणी- स्थानीय जनों से सहमत एवं शिलालेख को शीघ्र स्थानन्तरित किया जाए।