GAYAKUND (गयाकुण्ड -128)
January 28, 2022MANASTIRTH (मानस तीर्थ -126)
January 28, 2022
पता- यह स्थान भरत कुण्ड के पूर्व रैथुवा ग्राम सभा में स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख कुण्ड के साथ में सुरक्षित स्थिति में है
किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार पिशाचमोचन तीर्थ पर स्नान, दान,तर्पण आदि करने से पिशाचत्व से मुक्ति मिलती है। इस स्थान पर श्राद्ध कर्म की प्रधानता है।
मान्यता- यंहा मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को स्नान व दर्शन का विशेष महत्व है।
वर्तमान स्थिति- आसपास के कुण्डों की अपेक्षा यह कुण्ड बहुत बेहतर हालत में है, वर्ष 2010 में महात्मा गांधी रास्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत इस कुण्ड का सुन्दरीकरण कराया गया था। कुण्ड के चारों ओर पक्की सीढियों का निर्माण कराया गया था, परंतु वर्तमान में रख रखाव के आभाव में कुण्ड का जल अत्यंत प्रदुषित हो गया है और कुण्ड के चारों ओर बड़ी तादाद में झाड़ियां उगी हुई हैं।
स्थानीय लोगों की राय- हमने स्थानीय लोगों को बातचीत की माध्यम से प्रोत्साहित करने का प्रयास किया स्थानीय जनों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए,उसके रख रखाव के लिए आगे बढ़ कर आने की बात कही।
स्वटिप्पणी- यह कुण्ड अन्य सभी कुण्डों के अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है। बस स्थानीय जनों को और ग्राम प्रधान को इसके रख रखाव पर ध्यान देने की आवश्यकता है।