LAKSHMAN GHAT (लक्ष्मण घाट-78)
January 31, 2022RINNMOCHAN (ऋणमोचन-76)
February 1, 2022
पता- यह स्थान अयोध्या के लक्ष्मण किला के थी सामने स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख सड़क के किनारे एक चाय की दुकान पर असुरक्षित स्थिति में लगा हुआ है।
किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार ऋणमोचन से 20 धनुष की दूरी पर पूर्व भाग में पापमोचन नामक तीर्थ है। एक बार नरहरि नामक एक ब्राह्मण पापियों के संगत में ब्रह्महत्या आदि पापों को करते हुए,वेदों की,वेदनुगामियों की निंदा करता रहता है। एक बार किसी यात्रा के दौरान वह अयोध्यापुरी आ गया और इस तीर्थ पर स्नान के पश्चात वह सभी पापों से मुक्त हो गया।
मान्यता- इस तीर्थ की मान्यता है कि माघ बदी चतुर्दशी को विधिपूर्वक यंहा स्नान ध्यान करने से मनुष्य सभी कुसंगत पापों से मुक्त हो जाता है एवं सुसंगत को प्राप्त होता है
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में इस स्थान के नाम से यंहा एक चौराहा स्थित है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों को इस शिलालेख और स्थान के विषय में कोई जनकारी नहीं है।
स्वटिप्पणी- शिलालेख को सुरक्षित किया जाए।