KALIKA DEVI (कालिका देवी -131)
January 28, 2022BHARAT KUND (भरत कुण्ड -129)
January 28, 2022
पता- सम्पूर्ण भरत कुण्ड तीर्थ क्षेत्र नंदीग्राम में स्थित है।
शिलालेख- वर्तमान में यह शिला नन्दीग्राम परिसर में एक वट वृक्ष के नीचे सुरक्षित स्थिति में है, मगर उसपे लिखे गए लेख के साथ छेड़छाड़ की गई है।
किवदंती- इसी स्थान पर रहकर त्रेतायुग में भगवान श्री राम के छोटे भाईभरत जीने श्री राम की अनुपस्थिति में कोशल राज्य का संचालन किया था, तथा श्री राम, लक्ष्मण, सीता जी की तरह वैभवशाली जीवन को त्याग कर निर्वासित रहते हुए यंही निवास किया था।
मान्यता- सनातन धर्म में इस स्थान को एक विशेष महत्व दिया जाता है। मान्यतानुसार यह स्थान त्रेता युग प्रभु श्री राम के वनवास काल से जुड़ा हुआ है, इसी क्षेत्र में भरत जी ने 14 वर्षों तक सम्पूर्ण वैभव त्याग कर निर्वासित जीवन व्यतीत किया था। इसी स्थान पर पूर्व दिशा में एक भरत कूप भी है जिसमे 26 तीर्थो का जल है। इस कूप के जल के अर्चन मात्र से सभी पापों का नाश होता है।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान में यंहा की स्थिति काफी ठीक है। इसी वर्ष के सावन माह में यंहा पर एक चौदह वर्षीय निरन्तर चलने वाला रामनाम का जाप भी प्रारंभ हुआ है।
स्थानीय लोगों की राय- इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
स्वटिप्पणी- तप और त्याग की इस भूमि ने सम्पूर्ण भारत वर्ष को त्याग और तप का सन्देश दिया है। इस लिए ‘भरत कुण्ड’ को एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।