GANDHAMAADAN (गंधमादन-29)
February 2, 2022DURGESHWAR (दुर्गेश्वर-27)
February 2, 2022
पता- यह स्थान कटरा मोहल्ले में कोसलेश सदन के ठीक पीछे स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख एक खेत में असुरक्षित स्थिति में लगा हुआ है।
किवदंती- श्री वाल्मीकि रामायण में वर्णित वानर वीरों में शतवलि जी का नाम भी आया है।
मान्यता- मान्यताओं के अनुसार शतवलि जी प्रभु श्री राम की सेना के यूथपतियों में से एक थे। लंका युद्ध में शतवलि जी के साथ लगभग 1 लाख वानर सेना थी।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में यह स्थान पूर्णतया समाप्त हो चुका है। अब इस भूभाग को समतल कर के यंहा खेती की जाती है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों से बातचीत करने से यह ज्ञात हुआ कि उन्हें इस स्थान के विषय में कोई जानकारी नहीं है। जब उन्हें इसके विषय में हमारे द्वारा बताया गया तो उन्होंने इस स्थान के पुनः निर्मित करने की मांग उठाई।
स्वटिप्पणी- इस स्थान पर जिस किसी का भी अतिक्रमण हो प्रशासन को इसे मुक्त करा कर, इस स्थान को पुनः स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए।