SHRIVIBHISHANJI (श्री विभीषण-33)
February 1, 2022SHARBHAJI (शरभ-31)
February 1, 2022
पता- यह स्थान कटरा मोहल्ले में स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख को कुछ वर्षों पूर्व गायब कर दिया गया।
किवदंती- अयोध्या महात्यम में रामदुर्ग रक्षकों में पनस जी का भी वर्णन है। पनस जी रामदुर्ग के पश्चिमी द्वार पर विराजमान थे।
मान्यता- पौराणिक कथाओं में पनस जी प्रभु श्री राम की वानर सेना के यूथपतियों में से एक थे इनके साथ एक लाख वानरों की सेना युद्ध कर रही थी।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में यह स्थान लुप्त है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों को इस स्थान के विषय कोई जानकारी नहीं है।
स्वटिप्पणी- सर्वप्रथम प्रशासन को प्रयास कर के शिलालेख को पुनःप्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। जिससे स्थान को चिन्हित करने में एवं उसे जीवित रखने में सहायता मिले। उसके बाद इस स्थान को पुनर्जीवित किया जाए