SHARMAJI (सरमाजी-34)
February 1, 2022
PANAS (पनस-32)
February 1, 2022

SHRIVIBHISHANJI (श्री विभीषण-33)

पता- यह स्थान विभीषण कुण्ड के बगल से ऊपर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित है। शिलालेख- शिलालेख कुण्ड से सटे एक शिवाले के पीछे सुरक्षित लगा हुआ है। किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार रामकोट के उत्तरी द्वार पर श्री विभीषण जी विराजते हैं। वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में विभीषण मंदिर का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। इस मंदिर का शिलालेख सिद्ध श्री रामानुज कोट के सामने लगा हुआ है। इसी के सामने एक शिवाला भी बना है एवं दो तरफ आवासीय भवन निर्मित हैं। रामानुज कोट के महंत श्री कृष्णकांता चार्य जी बताते हैं। रामानुज कोट लगभग 150 वर्ष पुराना है। यंहा राम दरबार के साथ मुख्य रूप से भगवान विष्णु जी की विशाल प्रतिमा स्थापित है। स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है कि प्रशासन को यंहा एक विभीषण जी का मंदिर बनवाना चाहिए। स्वटिप्पणी- स्थानीय जनों से सहमत

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