KHARJU KUND (खर्जू कुण्ड-57)
February 1, 2022VIDYA DEVI JI (विद्या देवी जी-55)
February 1, 2022
पता- यह स्थान विद्याकुण्ड के पश्चिमी तट पर स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख मन्दिर के मुख्यद्वार पर दायीं ओर लगा हुआ है।
किवदंती- अयोध्या महात्यम के अनुसार इस स्थान की विशेषता है कि यंहा मंत्रो का अनुष्ठान जप,होम एवं तर्पण के साथ करने पर शीघ्र ही सिद्धि प्राप्त होती है। जिन सिद्धियों को पाने के लिए साधु संत अन्य स्थानों पर कई वर्षों तक घोर तपस्या करते हैं। वह सिद्धियां यंहा शीध्र ही प्राप्त होती हैं।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में मंदिर की स्थिति अत्यंत सुंदर है। मंदिर के महंत श्री प्रेमशंकर दास जी बताते हैं कि वह 1993 से इस स्थान के महंत हैं। उनके पूर्व इस स्थान की दशा अत्यंत दयनीय थी, मगर उनके अथक प्रयासों से यह स्थान पुनः जागृत हो गया।
मंदिर के गर्भगृह में रामदरबार विराजमान है। मंदिर के भीतर ही एक कुआँ है। इसी कुएं से मंदिर परिसर के जल की आपूर्ति की जाती है। आज भी इस कुएं से रस्सी के सहारे जल की निकासी की जाती है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों के अनुसार मंदिर के प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।
स्वटिप्पणी- मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य,स्वच्छता एवं रख रखाव का कार्य प्रेरणास्रोत है।