SUMITRA GHAT (सुमित्रा घाट-73)
February 1, 2022CHAKRA TIRTH (चक्रतीर्थ-71)
February 1, 2022
पता- यह स्थान रामजन्मभूमि थाने से कटरा मोहल्ले की ओर जाने वाले मार्ग पर ब्रह्मकुण्ड घाट पर स्थित है।
शिलालेख- शिलालेख सड़क के किनारे लगा हुआ है।
किवदंती- श्री अयोध्या महात्यम के अनुसार प्राचीन काल में श्री ब्रह्मा जी ने संसार की रचना करके श्री राम जी को देवरूप में अयोध्या स्थित जानकर स्वयं भी आकर श्री अयोध्यापुरी में रहने लगे। श्री ब्रह्मा जी ने यंहा आकर विधि के अनुसार इस पुरी की यात्रा किया तथा इस स्थान पर विधि पूर्वक यज्ञ किया। ततपश्चात आपने नाम से विशाल ब्रह्मकुण्ड तीर्थ यंहा स्थापित किया।
मान्यता- मान्यताओं के अनुसार यंहा की वार्षिक यात्रा कार्तिक सुदी चतुर्दशी को की जाती है। इस तिथि को यंहा की यात्रा करके मनुष्य धन लाभ को प्राप्त करता है एवं सभी पापों से मुक्त होता है।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में यंहा का प्राचीन मंदिर सरयू जी में समा गया है। मंदिर के गर्भगृह में स्थित ब्रह्मा जी की प्राचीन प्रतिमा को ब्रह्मकुण्ड गुरूद्वारे के सेवादार जी द्वारा मन्दिर के अवशेषों में से निकाल कर गुरूद्वारे में सुरक्षित रख दिया गया है और उसी स्थान पर पुनः मंदिर निर्माण प्रारंभ किया गया है।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है कि इस प्राचीन मंदिर के पुनः निर्माण के लिए सभी को सहयोग करना चाहिए। जिससे इसका निर्माण शीघ्र पूरा किया जा सके।
स्वटिप्पणी- स्थानीय जनों से सहमत