SURYA KUND (सूर्यकुण्ड -85)
January 31, 2022JAANKI GHAT (जानकी घाट-83)
January 31, 2022
शिलालेख- वर्तमान समय में यह शिलालेख गायब है। यह शिलालेख कुण्ड के पूर्व दिशा में स्थित था, मगर कई बार पता करने पर स्थानीय लोगों की अलग अलग राय है। बहुत प्रयास के बाद हमे एक वयक्ति मिला जिसने यह स्वीकार किया कि एक सन्त के कहने पर उसने एक मशीन की मदद से शिलालेख को उखाड़ने का प्रयास किया और शिलालेख टूट कर आधा हो गया। जिसका निचला भाग हमे कुण्ड के पास से ही मिला, ऊपरी हिस्से को अभी भी मैं ढूढ़ने का प्रयास कर रहा हूँ।
पता- केशवपुर ग्राम दर्शननगर से NH28 सम्पर्कमार्ग पर लगभग 300 मीटर आगे बाएँ ओर।
किवदंती- इस स्थान को वैतरणी तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है,कहा जाता है कि यंहा स्नान करने वाला यमलोक को प्राप्त नहीं होता।
मान्यता- वर्तमान समय में लोगों में यह स्थान बर्तनी माई के नाम से प्रचलित है यह स्थान चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग के साथ में होने के नाते परिक्रमा के समय यंहा पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है और लोग यंहापर बड़ी मात्रा में बर्तन,कपड़ा और चढ़ावा चढ़ाते हैं।
वर्तमान स्थिति- वर्तमान समय में यह कुण्ड काफी दयनीय स्थिति में है,गंदी नालियों के पानी के रास्ते कुंड में खुले हुए हैं पहले श्रद्धालु यंहा स्नान करते थे इस जल का अर्चन करते थे मगर वर्तमान समय में वैतरणीकुण्ड की स्थिति इतनी खराब है कि लोग इसके जल का स्पर्श मात्र करते हैं।
स्थानीय लोगों की राय- स्थानीय जनों का कहना है की शासन द्वारा कुण्ड का जीर्णोद्धार और रखरखाव किया जाये।
स्वटिप्पणी- मेरा मानना है यह स्थान रास्ट्रीय राज्य मार्ग से जुड़े होने के नाते अधिकाधिक लोगों को दिखता है और ऐसी स्थिति को देख कर लोगों का अयोध्या और सरकारों के प्रति नजरिया बदल जाता है इस लिए जल्द जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।